7 मार्च, 2024, ओडिशा
भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा ने आज केवीके, भाकृअनुप-सीआईएफए, खोरधा, ओडिशा के सहयोग से अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण-सह-वितरण एवं कृषक संवाद बैठक का आयोजन किया।
डॉ. एस.एस. गिरि, निदेशक (प्रभारी), भाकृअनुप-सीआईएफए, ने कार्यक्रम के दौरान वितरित कृषि उपकरणों के उपयोग के माध्यम से आजीविका सुरक्षा और आय सृजन हेतु कृषक महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में भाकृअनुप-सीसीएआरआई, गोवा के प्रयासों की सराहना की।

डॉ. शिरीष डी. नारनवारे, अनुभाग प्रभारी, पशु एवं मत्स्य विज्ञान, ने सीसीएआरआई की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी और किसानों के लिए अतिरिक्त आय के स्रोत के रूप में पशुपालन के महत्व पर प्रकाश डाला।
डॉ. ए.के. दास, सेवानिवृत्त, केवीके के प्रभारी प्रमुख, ने ओडिशा के खोरधा के 10 गांवों में कृषि उपकरण वितरित करने के लिए स्वयं सहायता समूहों की महिला किसानों के साथ समन्वय किया। इन उपकरणों में एक पावर वीडर, चावल मिल, बहु-धान थ्रेशर, कम-विनोवर, पल्वराईजर मशीन, ग्रेवी मशीन और बड़ी डली बनाने का फ्रेम शामिल था, जिससे 110 से अधिक महिला सदस्यों को लाभ हुआ।
डॉ. हरप्रिया नायक, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, केवीके, भाकृअनुप-सीआईएफए ने प्रशिक्षण-सह-वितरण कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।
डॉ. परवीन कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा, भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
ओडिशा के खोरधा जिले के बालीपटना और जटानी ब्लॉकों के 10 स्वयं सहायता समूहों की 54 महिला किसानों सहित कुल 62 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)







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