15 मार्च, 2024, आणंद
भाकृअनुप-औषधीय एवं सुगंधित पादप अनुसंधान निदेशालय, आणंद में अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत आज औषधीय एवं सुगंधित पादपों की उत्पादन तकनीक पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

डॉ. मनीष दास, निदेशक, भाकृअनुप-डीएमएपीआर, आणंद, ने प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के लिए औषधीय पौधों के महत्व पर बल दिया और किसानों की आय बढ़ाने तथा संसाधन संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए चयनित औषधीय पौधों (एमएपी) की व्यावसायिक खेती की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने महिला किसानों को अर्थव्यवस्था एवं आजीविका को बढ़ावा देने के लिए हर्बल क्षेत्र में आकर्षक व्यवसाय शुरू करने का भी सुझाव दिया।
कार्यक्रम में औषधीय पौधों की उत्पादन तकनीक, कटाई-पश्चात प्रबंधन एवं जैविक खेती पर विभिन्न व्याख्यान दिया गया। किसानों ने निदेशालय में प्रौद्योगिकी प्रदर्शन खंड, हर्बल उद्यान, फील्ड जीन बैंक और आवश्यक तेल आसवन इकाई का भी दौरा किया। किसानों ने औषधीय पौधों के विभिन्न पहलुओं पर निदेशालय के वैज्ञानिकों के साथ बातचीत भी की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 30 महिला लाभार्थियों सहित कुल 100 लाभार्थियों ने भाग लिया। किसानों को कृषि संबंधी जानकारी वितरित की गई।
(स्रोत: भाकृअनुप-औषधीय एवं सुगंधित पादप अनुसंधान निदेशालय, आणंद, गुजरात)







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