Cas9 और Cas12a जैसे जीनोम एडिटिंग टूल बहुत इस्तेमाल होते हैं, लेकिन वे साइज़ में बड़े होते हैं (~1300 अमीनो एसिड)। भाकृअनुप-केन्द्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक, के वैज्ञानिकों ने एक सटीक विकल्प बनाया है: TnpB, एक ट्रांसपोसोन-एसोसिएटेड न्यूक्लिएज़ जो सिर्फ़ 408 अमीनो एसिड लंबा है और Cas9/Cas12a के साइज़ का एक-तिहाई है। TnpB का छोटा साइज़ इसे वायरस-मेडिटेड डिलीवरी के लिए मुमकिन बनाता है।
भाकृअनुप-सीआरआरआई, कटक को अपने ब्रेकथ्रू इनोवेशन “सिस्टम्स एंड मेथड्स फॉर टार्गेटेड जीनोम एडिटिंग इन प्लांट्स” के लिए पेटेंट दिया गया है, जो एक छोटे आरएनए-गाइडेड न्यूक्लिएज़ TnpB पर सेंटर्ड है। भाकृअनुप-सीआरआरआई को नेक्स्ट-जनरेशन जीनोम एडिटिंग टूल का पेटेंट मिला।

भाकृअनुप-सीआरआरआई टीम ने मोनोकॉट्स (चावल) और डाइकॉट्स (अरेबिडोप्सिस) दोनों में इसकी हाई परफॉर्मेंस दिखाई, जिससे 69% तक एडिटिंग एफिशिएंसी मिली। यह सिस्टम पौधों में मल्टीप्लेक्स एडिटिंग और बेस एडिटिंग को भी सपोर्ट करता है।
यह पेटेंटेड छोटा TnpB सिस्टम पौधों में एफिशिएंट डिलीवरी, सटीक एडिटिंग और एडवांस्ड जीन रेगुलेशन के लिए नए रास्ते खोलता है—जिससे भारत नेक्स्ट-जनरेशन जीनोम इंजीनियरिंग में सबसे आगे है।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक)







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