4 मार्च, 2025, नागपुर
भाकृअनुप-केन्द्रीय सिट्रस अनुसंधान संस्थान ने भाकृअनुप-सीसीआरआई के कृषि व्यवसाय इनक्यूबेशन सेंटर, सिट्री हब के तत्वावधान में 3- 4 मार्च, 2025 को नागपुर, महाराष्ट्र में कृषि उद्यमिता विकास कार्यक्रम, 'सिट्रीसारथी 1.0' का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बागवानी छात्रों एवं इच्छुक कृषि उद्यमियों को सिट्रस क्षेत्र में कृषि उद्यमिता के अवसरों का पता लगाने के लिए प्रेरित करना था।
उद्घाटन समारोह में भाकृअनुप-सीसीआरआई के निदेशक, डॉ. दिलीप घोष ने कार्यक्रम के उद्देश्यों को रेखांकित किया। अपने संबोधन में डॉ. घोष ने भारत के खाद्य उत्पादन और कृषि अर्थव्यवस्था में बागवानी क्षेत्र के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने देश में बढ़ते कृषि उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र पर जोर दिया तथा सफल छात्रों एवं उद्यमियों के उदाहरण दिए जिन्होंने अपनी लगन और कड़ी मेहनत से अवसरों का लाभ उठाया है।
दो दिवसीय कार्यक्रम में कृषि उद्यमिता एवं व्यावसायिक अवसरों के विभिन्न पहलुओं को कवर करने वाले तकनीकी सत्र शामिल थे। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों ने व्यावसायिक सिट्रस उत्पादन और विपणन में सक्रिय रूप से लगे प्रगतिशील सिट्रप्रेन्योर्स से मुलाकात की। व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के लिए, उपस्थित लोगों ने भाकृअनुप-सीसीएआरआई नर्सरी तथा अनुसंधान फार्म का भी दौरा किया, जिससे सिट्रस अनुसंधान में नवीनतम प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। कार्यक्रम में कुल 28 विश्वविद्यालय के छात्रों और महत्वाकांक्षी कृषि उद्यमियों ने भाग लिया, जो इंटरैक्टिव चर्चाओं और नेटवर्किंग अवसरों में शामिल हुए। इस पहल का उद्देश्य प्रतिभागियों को नवीन कृषि उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव से लैस करना था।
भाकृअनुप-सीसीआरआई नींबू क्षेत्र में कृषि उद्यमिता तथा तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। 'सिट्रीसारथी 1.0' की सफलता भारत के नींबू उद्योग के सतत विकास में योगदान देने हेतु अगली पीढ़ी के कृषि उद्यमियों को सशक्त बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
(स्रोत: भाकृअनुप-केद्रीय सिट्रस अनुसंधान संस्थान, नागपुर)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें