"पूर्वोत्तर पर्वतीय क्षेत्र की आजीविका में सुधार" पर दो 5-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

"पूर्वोत्तर पर्वतीय क्षेत्र की आजीविका में सुधार" पर दो 5-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

22 जनवरी - 2 फरवरी, 2024, अल्मोड़ा

भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा ने क्रमशः अटारी ज़ोन VI, गुवाहाटी तथा अटारी ज़ोन VII, उमियम के अंतर्गत आने वाले पूर्वोत्तर राज्यों के कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिकों के लिए "उपयुक्त तकनीकी हस्तक्षेपों के माध्यम से पूर्वोत्तर पर्वतीय क्षेत्र के किसानों की आजीविका में सुधार" पर दो 5-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।

Two 5-day training programme on “Improving the livelihoods of North East Hill region”  Two 5-day training programme on “Improving the livelihoods of North East Hill region”

पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम 22 से 26 जनवरी, 2024 तक आयोजित किया गया। दूसरा प्रशिक्षण कार्यक्रम 29 जनवरी से 2 फरवरी, 2024 तक आयोजित किया गया।

उद्घाटन सत्र के दौरान, डॉ. लक्ष्मी कांत, निदेशक, भाकृअनुप-वीपीकेएएस, अल्मोड़ा, ने पूर्वोत्तर पर्वतीय क्षेत्र में किसानों की आजीविका में सुधार के लिए नई तकनीकों के प्रसार में कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।

डॉ. कादरीवेल, निदेशक, अटारी ज़ोन VII तथा डॉ. मनोरंजन नियोग, विस्तार शिक्षा निदेशक, एएयू, जोरहाट, ने भाग लेने वाले वैज्ञानिकों से पूर्वोत्तर क्षेत्र के किसानों की तकनीकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह किया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम पहाड़ी कृषि, उद्यमिता, व्यवसाय ऊष्मायन तथा जैविक उत्पाद प्रमाणन पर केन्द्रित थे। विशेषज्ञों ने उद्यमिता एवं जैविक उत्पाद प्रमाणन पर व्याख्यान दिया।

पहले प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 35 प्रतिभागियों ने और दूसरे प्रशिक्षण कार्यक्रम में 18 प्रतिभागियों ने शिरकत की।

(स्रोत: भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)

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