25 जुलाई, 2025, पुणे
एबीआई द्रसखा और भाकृअनुप-राष्ट्रीय अंगूर अनुसंधान केन्द्र, पुणे के आईटीएमयू ने आज हाइब्रिड मोड में ‘विचारों से परिसंपत्तियों तक: नवप्रवर्तकों के लिए आईपीआर का रहस्य उजागर करना’ शीर्षक से एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया।
वक्ताओं ने बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर), ब्रांडिंग, कॉपीराइट तथा भौगोलिक पहचान (जीआई) के महत्व पर प्रकाश डाला। विशेषज्ञों ने नवप्रवर्तकों की भूमिका और कॉपीराइट, पेटेंट आदि के लिए आवेदन दाखिल करने की प्रक्रिया के बारे में बताया।

कार्यशाला के इंटरैक्टिव प्रारूप को प्रतिभागियों ने खूब सराहा, जिनमें विभिन्न भाकृअनुप संस्थानों के 32 वैज्ञानिक शामिल थे।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय अंगूर अनुसंधान केन्द्र, पुणे)
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