26 दिसम्बर, 2023, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वि.प.कृ.अनु.सं.), अल्मोड़ा कृषि के नवीनतम शोध एवं नवीनतम तकनीकी को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए संस्थान हमेशा ही प्रतिबद्ध है। इसी सन्दर्भ में संस्थान के प्रयोगात्मक प्रक्षेत्र हवालबाग में आज किसान ड्रोन परियोजना के अंतर्गत ड्रोन प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
डॉ. लक्ष्मीकान्त, निदेशक (वि.प.कृ.अनु.सं.) ने ड्रोन के पर्वतीय कृषि में उपयोग एवं इससे होने वाले लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पर्वतीय कृषि में ड्रोन का उपयोग श्रम न्यूनीकरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है साथ ही पर्वतीय युवाओं को कृषि में आकर्षित करेगा। निदेशक ने कहा कि ड्रोन द्वारा दवाओं एवं तरल उर्वरकों का छिडकाव बहुत ही कम समय तथा मेहनत में किया जा सकता है एवं इसके द्वारा फसलों की निगरानी भी की जा सकती है। युवा किसान, ड्रोन पायलट ट्रेनिंग सेंटर से प्रशिक्षण प्राप्त कर लाइसेंस ले सकते हैं। केन्द्र सरकार से सब्सिडी में ड्रोन खरीदकर युवा अपने जिले में ड्रोन एवं अन्य मशीनों के साथ कस्टम हायरिंग सेंटर बनाकर रोजगार का सृजन कर सकते हैं।
संस्थान के पांच वैज्ञानिकों एवम् अधिकारियों को विशेष रूप से उर्वरक एवं अन्य रसायनों के छिड़काव हेतु कृषि ड्रोन को संचालित करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
अल्मोड़ा जिले के हवालबाग एवं ताकुला विकासखंड के 95 किसानों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोतः भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)
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