1 नवंबर, 2025, हैदराबाद
भाकृअनुप–केन्द्रीय बारानी कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाने के लिए जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा मनाया। 1-15 नवंबर, 2025 तक चलने वाले इस दो हफ़्ते के जश्न का मकसद आदिवासी समुदायों के योगदान को दिखाना तथा आदिवासी किसानों के बीच खेती के टिकाऊ तरीकों को बढ़ावा देना है।
एक्शन प्लान के हिस्से के तौर पर, प्रोग्राम की शुरुआत तेलंगाना के आदिलाबाद जिले के गुड़ीहथनूर मंडल के मलकापुर गांव में रबी फसलों पर एक जागरूकता अभियान के साथ हुई। इस कार्यक्रम में कुल 16 आदिवासी किसानों (11 पुरुष तथा 5 महिला) ने हिस्सा लिया, जहां उन्हें रबी फसल उत्पादन तकनीकी तथा सबसे अच्छे प्रबंधन तरीकों के बारे में बताया गया। साथ ही फसल उत्पादन में उनकी जरूरतों एवं चुनौतियों को समझने हेतु हिस्सा लेने वालों से फीडबैक भी लिया गया।

पखवाड़े के तहत एक्टिविटीज़ को जारी रखते हुए, 2 नवंबर, 2025 को, भाकृअनुप-क्रीडा ने मलकापुर (गुड़ीहाथनूर मंडल) तथा आदिलाबाद जिले के चिंचोली, पटवारीगुडा, एवं गोदुरगुडा (इचोडा मंडल) में बंगाल चने के बीज बांटे। 5 महिला किसानों समेत 40 किसानों को एक-एक एकड़ के प्लॉट में प्रदर्शन के लिए कुल 10 क्विंटल बंगाल चने के बीज बांटा गया।
प्रोग्राम के दौरान, किसानों को बंगाल चने की खेती के अच्छे प्रबंधन के तरीकों के बारे में बताया गया, जिसमें बीज उपचार, बुवाई के तरीके तथा फसल सुरक्षा के उपाय शामिल थे, जिनका मकसद प्रोडक्टिविटी एवं आय बढ़ाना था।
भाकृअनुप-क्रीडा में जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा मनाना, तकनीकी के प्रसार तथा प्रतिभागी विस्तार पहल के जरिए खेती करने वाले आदिवासी समुदायों को मजबूत बनाने हेतु केन्द्र की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
(स्रोत: भाकृअनुप–केन्द्रीय बारानी कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)







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