महामहिम श्री रामी कतैशत, असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल, एएआरडीओ, ने भाकृअनुप-सीसीएआरआई, गोवा का किया दौरा

महामहिम श्री रामी कतैशत, असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल, एएआरडीओ, ने भाकृअनुप-सीसीएआरआई, गोवा का किया दौरा

1 नवंबर, 2025, गोवा

अफ्रीकन-एशियन रूरल डेवलपमेंट ऑर्गनाइज़ेशन (एएआरडीओ) के असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल, महामहिम श्री रामी कतैशत, ओमान, केन्या, लेबनान, मॉरिशस, श्रीलंका, इस्वातिनी, गाम्बिया, घाना और ज़ाम्बिया के 11 प्रतिनिधियों वाले एक डेलीगेशन के साथ आज भाकृअनुप–केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा का दौरा किया। डेलीगेशन ने तटीस कृषि से जुड़े अनुसंधान तथा सतत ग्रामीण विकास में भारत की तरक्की को समझने के लिए अपने एक्सपोज़र विज़िट के हिस्से के तौर पर संस्थान के वैज्ञानिकों तथा स्टाफ से बातचीत की।

H.E. Mr. Rami Qtaishat, Assistant Secretary General, AARDO, Visits ICAR–CCARI, Goa

इस विज़िट के दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने इंस्टीट्यूट की अलग-अलग रिसर्च और डेवलपमेंट यूनिट्स का दौरा किया, और तटीय कृषि, एकीकृत कृषि व्यवस्था और कृषि-पर्यावरणीय पर्यटन में चल रहे प्रोग्राम और विकास के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने भाकृअनुप-सीसीएआरआई में लागू किए जा रहे सर्कुलर इकॉनमी के मॉडल देखे, जिसमें कृषि के कचरे के पुनर्चक्रण, पौधा आधारित कृषि प्रणाली, पशुपालन इकाई तथा कृषि-पर्यावरणीय पर्यटन परिसर शामिल है, जो सतत और किसान-केन्द्रीय तरीकों को दर्शाते हैं।

डेलीगेट्स ने वैज्ञानिकों के साथ एक जीवंत बातचीत किया, अपने-अपने देशों के नजरिए और अनुभव साझा किया। माननीय श्री कतैशत ने इंस्टीट्यूट के इनिशिएटिव्स की तारीफ की और संधारणीय, आजीविका के विविधीकरण एवं कृषि-पर्यावरणीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसके रचनात्मक तरीके     की तारीफ की। उन्होंने अफ्रीकी और एशियाई देशों में कृषि-पर्यावरणीय पर्यटन तथा तटीय कृषि तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए भाकृअनुप-सीसीएआरआई के साथ सहयोगात्मक मौकों को विकास करने में एएओआरडीओ ने दिलचस्पी दिखाई।

H.E. Mr. Rami Qtaishat, Assistant Secretary General, AARDO, Visits ICAR–CCARI, Goa

इस विजिट में दुबई के इंटरनेशनल सेंटर फॉर बायोसैलिन एग्रीकल्चर से डॉ. आर.के. सिंह तथा करनाल के भाकृअनुप-सीसीएआरआई के पूर्व निदेशक, डॉ. डी.के. शर्मा भी शामिल हुआ।

इस प्रोग्राम को भाकृअनुप-सीसीएआरआई, गोवा के निदेशक, डॉ. प्रवीण कुमार के गाइडेंस में कोऑर्डिनेट किया गया।

इंस्टीट्यूट में एग्रो-इकोटूरिज्म की पहल पर एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी गई, जिससे प्रतिनिधिमंडल को तटीय इलाकों में टिकाऊ आजीविका को बढ़ावा देने के लिए भाकृअनुप-सीसीएआरआई की नई कोशिशों का संक्षिप्त विवरण मिला।

(सोर्स: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)

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